प्रिय पाठको एवं मित्रो
कुछ निजी व्यवस्तताएं, अस्वस्थता, थकान आदि कई कारणों से अनुनाद पर लगातार उस तरह काम करना सम्भव नहीं हो पा रहा है। मैं अब तक खींच रहा था पर लगने लगा है कि कुछ समय का विराम नई ऊर्जा और स्फूर्ति देगा। बहुत थकान और असमर्थता हो तो शक्ति-संचय के लिए रुक जाने में हर्ज नहीं। मुझे कई रचनाकारों की कविताओं के मेल मिल रहे हैं, सभी को अलग-अलग सूचित करना लम्बा काम है, अत: मैं यहां सूचित कर रहा हूं कि इन कविताओं पर अभी विचार करना सम्भव नही है। अभी और कविताएं न भेजें। एक नई पारी के साथ मिलेंगे कुछ समय बाद, तब फिर कविताएं आमंत्रित की जाएंगी। आप सभी के सहयोग और प्यार के लिए हम आभारी हैं।