ये अफ़साना सुनाना चाहते हैं हम उन्हें भी - अशोक कुमार पांडे का एक जनगीत
अशोक कुमार पांडेय की कविताएं सब जगह पढ़ी गई हैं। इस बार अनुनाद उनका जनगीत लेकर आ रहा है, जिसके बारे में कवि ने कहा है कि इसे फेसबुक पर लगाया जा चुका है। किसी भी जनान्दोलन में गाए जा रहे गीतों की...
View Articleप्रांजल धर की कविताएं : सन्दर्भ भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार
प्रांजल धर को इस वर्ष भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार प्रदान किए जाने की सुखद घोषणा हैं। हिन्दी कविता में अकसर युवा कविता के पुरस्कार कवियों की पहली पहचान बनाते हैं पर प्रांजल को दिया गया पुरस्कार कविता...
View Articleअमित श्रीवास्तव के कविता संग्रह पर युवा कवि महेश पुनेठा की टिप्पणी
भीतर-बाहर की आवाजाहीपिछले दिनों युवा कवि अमित श्रीवास्तव का पहला कविता संग्रह'बाहर मैं ...मैं अन्दर 'शीर्षक से प्रकाशित हुआ है . इस संग्रह में दो खण्डों में कवितायेँ संकलित हैं . पहला खंड 'मैं अन्दर...
View Articleकविता जो साथ रहती है : 5/ असद ज़ैदी की कविता पर गिरिराज किराड़ू
अनुनाद पर सुप्रसिद्ध कवि गिरिराज किराड़ू के महत्वपूर्ण स्तम्भ 'कविता जो साथ रहती है'के तहत इस बार प्रस्तुत है असद ज़ैदी की कविता 'आम चुनाव'पर एक लम्बी विचारोत्तेजक टीप। कहना ही होगा कि यह टीप...
View Articleतुषारधवल की लम्बी कविता 'काला राक्षस' : एक बार फिर
आज साथी कवि तुषारधवल का जन्मदिन है और अनुनाद इस मौके पर उनकी चर्चित कविता काला राक्षस का पुनर्प्रकाशन कर रहा है। यह कविता इससे पहले सबद और अनुनाद पर ही छप चुकी है। तुषारधवल अपनी शुरूआत से ही जटिल...
View Articleहरीशचन्द्र पांडे के नए कविता संग्रह 'असहमति'पर युवा कवि-समीक्षक महेश पुनेठा
बेहद सतर्क एवं चौकन्नी दृष्टि की कविताएं वरिष्ठ कवि हरीश चंद्र पाण्डेय हिंदी के बेहद सतर्क एवं चौकन्नी दृष्टि वाले कवि हैं। उनके यहाँ...
View Articleकुछ समय अनुनाद पर गतिविधियां शिथिल रहें शायद
प्रिय पाठको एवं मित्रो कुछ निजी व्यवस्तताएं, अस्वस्थता, थकान आदि कई कारणों से अनुनाद पर लगातार उस तरह काम करना सम्भव नहीं हो पा रहा है। मैं अब तक...
View Articleडॉ. नूतन डिमरी गैरोला की दो कविताएं
अँधेरे के वे लोग अँधेरे में छिपे वे लोग कभी दिखते नहींदिन के उजालों में भीअदृश्य वेसड़क चलते आवारा कुत्तेडरते है लोग उनसेदूर से ही दिख जाते हैएक बिस्किट गिरा देते है याथोड़ा संभल कर निकल जाते है...
View Articleके पी सिंह के कम्प्यूटर कविता पोस्टर
के पी सिंह नामक एक सज्जन ने मुझे आठ कविता पोस्टर अपनी इस टिप्पणी के साथ भेजे हैं - ''इस तरह फोटोशाप वाले पोस्टर हाथ के बने पोस्टरों के सामने दरअसल कोई स्थान नहीं रखते, वे आन्दोलन की तरह होते...
View Articleके पी सिंह के कम्प्यूटर कविता पोस्टर - वीरेन डंगवाल की कविताएं और एक शुभकामना
मैंने दो पोस्ट पहले थकान और कुछ निजी वजहों से अनुनाद पर गतिविधियों के शिथिल रहने की बात कही थी, मेरा हाल वैसा ही है पर के पी सिंह लगातार कम्प्यूटर कविता पोस्टर बना रहे हैं और अपने तकनीकी स्वरूप के...
View Articleकविता जो साथ रहती है-6 / महेश वर्मा की एक कविता : गिरिराज किराड़ू
गिरिाराज किराड़ू ने इस बार न सिर्फ़ अपने बल्कि मेरी समझ के भी बहुत क़रीब के कवि महेश वर्मा पर लिखा है। यह कविता मेरे भी साथ रहती है। मैं इसका लफ़्ज़-दर-लफ़्ज़ पाठ नहीं कर पाता जैसा गिरिराज ने किया है...
View Articleगिरिराज किराड़ू की नई कविताएं
ये गिरिराज किराड़ू के साथ-साथ ‘मीर के अब्बू’की भी कविताएं हैं, यानी आदमी हो रहे दरख़्त की। इन्होंने गिरिराज किराड़ू की कविता होने में और भी बहुत कुछ जोड़ दिया है। कई नए प्रसंग हैं। कुछ नाटकीयता...
View Articleअमित श्रीवास्तव की नई कविता
ये ऐसे समय की कविता है जब मारे दिए जाने के लिए जन्म लेना भर काफ़ी होता है। समकाल की कड़ी पड़ताल अमित की इस कविता में है। यह अनुभव के सभी सरकारी-गैरसरकारी, सामाजिक, राजनैतिक और निजी स्त्रोतों के मिलने...
View Articleअशोक कुमार पांडेय की नई कविता - न्याय
अशोक इस बार न्याय की दस कविताओं के साथ उपस्थित है। गो उसकी हर कविता मनुष्यता के पक्ष में न्याय की अछोर-अटूट पुकार है लेकिन यह कविता न्याय की विडम्बनाओं का प्रतिलेख है। यह एक सरल समीकरण है कि...
View Articleवंदना शुक्ल की नई कविताएं
स्मृतियांयादेंजीवन के नन्हें शिशु हैंउम्र के साथ बढती जाती हैउनमें नमीजैसे दरख्त की सबसे ऊंची पत्ती मेंआसमान भरता जाता हैजैसे खीसे में चिल्लर का भारया आँखों में पानी की तहेंया बादलों में हरापन...
View Articleअहम्मन्य हुलफुल्लेपन के [अंतर्]राष्ट्रीय दुष्परिणाम - विष्णु खरे
(इस लेख को मेल द्वारा भेजते हुए सूचित किया गया है कि इसे मूलत: जनसत्ता के लिए लिखा गया था किन्तु जनसत्ता सम्पादक द्वारा यह हवाला देते हुए कि इस विषय पर बहुत कुछ छापा जा चुका है और इस लेख विशेष के...
View Articleऐन्द्रिक भावों का स्पर्श, जैसे कि कविता : विजेन्द्र की कविता पर युवा कवि...
It is midnightI keep awake, all by myselfTo see the midnight colors, theyHave silent is vibrant andRhythm eloquent- The midnight colors- Vijendra अगर आप कविताओं मे रंग संयोजन,...
View Articleसमकालीन कविता के कोनों और हाशियों की ओर ध्यान खींचती आलोचना - महेश चंद्र पुनेठा
आज की आलोचना विशेषकर व्यवहारिक आलोचना का एक बड़ा संकट है-उसे न पढ़े जाने का।विडंबना यह है कि इसका कारण इसके लिखे जाने में ही छुपा है। आज जिस प्रायोजित और...
View Articleवंदना शुक्ल की दो नई कविताएं
मेरे लिए वंदना शुक्ल का नाम आज की कविता में कुछ अलग तरह से लिखनेवाले कवियों में हैं। उनकी भाषा, कविता का बाहरी और भीतरी ढांचा अलग है। उनके पास जीवन और कविता को देखने की अपनी दृष्टि है। कथ्य में एक...
View Articleसूत्र सम्मान : समारोह का संक्षिप्त विवरण, सम्मानित कवि सौरभ राय का...
इस वर्ष का सूत्र सम्मान सौरभ राय को दिया गया। उनकी कविताएं पाठक पहले अनुनाद पर पढ़ चुके हैं। अनुनाद कवि को सम्मानित होने की बधाई देता है और उनसे सम्मान के साथ मिली जिम्मेदारी को पूरी वैचारिक...
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