हेमा दीक्षित की कविताएं
२१ जुलाई को कानपुर में जन्म.कानपुर विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक एवं विधि स्नातक. हिन्दी साहित्य एवं अंग्रेजी साहित्य लेखन में रूचि. हाल ही में ‘कथादेश’के जनवरी २०१३ के अंक में और...
View Articleअँधेरे से बाहर उम्मीद और रौशनी की कविताएं : राहुल देव के कविता संग्रह पर...
‘उधेड़बुन’ हर सजीव प्राणी के अन्दर कभी न कभी अवश्य होती है | छोटे लोगों के पास अपनी छोटी उधेड़बुनें हैं तो बड़े बड़े लोग बड़ी बड़ी उधेड़बुनों में लगे हैं | इस क्रम में युवा कवि राहुल देव का आया पहला कविता...
View Articleसोनी पांडेय की लम्बी कविता : बदनाम औरतें
कुछ दिन पहले सोनी पांडेय की कविताएं अनुनाद पर पढ़ी गई हैं। इधर हमें उनकी एक नई लम्बी कविता मिली है, जिसके कुछ अंश फेसबुक पर मौजूद पाठकों ने शायद पढ़े हों। समकालीन हिंदी कविता की नई-नई निर्मितियों में...
View Articleबच्चे की ओर से उसके पैर के प्रति - पाब्लो नेरूदा : मूल स्पैनिश से अनुवाद -...
श्रीकान्त दुबे सुपरिचित कवि-कथाकार और अनुवादक हैं। अभी मंतव्य के प्रवेशांक में उनका मैक्सिको यात्रावृत्तान्त ख़़ूब पढ़ा और सराहा गया है। श्रीकान्त ने अपने मिज़ाज़ की कविताएं और कहानियां लिखी हैं।...
View Articleअविनाश मिश्र की दस कविताएं
चालीस का होने के साथ अब बस उन्हें ही युवा कहने का मन करता है, जो वय में मुझसे छोटे हैं। अविनाश मिश्र हिंदी की अत्यन्त प्रतिभावान युवा पीढ़ी के प्रतिनिधि हैं। अविनाश की साहित्यिक रपटें...
View Articleकर्मानन्द आर्य की ग्यारह कविताएं
कर्मानन्द आर्य की कविता से मेरा परिचिय सोशल साइट पर हुआ। उनसे बातचीत हुई। पढ़ने के लिए उन्होंने कई कविताएं एक फाइल में लगाकर दीं और इन्हें एक साथ पढ़ पाने से एक ठीक-ठीक तस्वीर कवि की उभरी। मैं यहां...
View Articleजितेन्द्र श्रीवास्तव की कविताएं
कवि-मित्र जितेन्द्र श्रीवास्तव का साथ लेखन के शुरूआती दौर का साथ है। हम दोनों ने एक-दूसरे के रचनात्मक संघर्ष देखे और आजीविका के भी। हम इनमें हमेशा साथ थे और इतना कुछ पा लेने के बाद आज भी साथ हैं।...
View Articleसंजय कुमार शांडिल्य की कविताएं
संजय कुमार शांडिल्य उन कवियों में हैं, जिन्होंने अभी आकार लेना शुरू किया है। हम सभी देख सकते हैं कि ऐेसे सब आकार बादलों के-से बनते-बिगड़ते आकार हैं, वे धरती और आकाश के बीच गहरे दबाव में हैं, उन पर...
View Articleनीलोत्पल की कविताएं
नीलोत्पल की कविताएं मानुष जीवन के ताप से भरी कविताएं हैं। जीवन के पकने की गंध जैसे फ़सल पकी हो या फल पके हों - परिन्दों को पुकारते - वैसी गंध और पुकार यहां है। संयोग से कवि के संग्रह का नाम भी है 'अनाज...
View Articleलाल्टू की कविताएं
लाल्टू उस दौर में शुरूआत करने कवि हैं, जब देश में उदारीकरण और साम्प्रदयिकता का संकट भरपूर गहरा रहा था और जुलुम ये कि उसे मान्यता देने वाली जनता का निर्माण भी साथ ही साथ हो रहा था। विभेदों की क़ातिल...
View Articleराहुल देव की आठ कविताएं
प्रौढ़ कवियों के युवा कहलाने के दौर में राहुल देव एक नौउम्र कवि हैं। युवा कविता के सैलाब में कुछ अन्तर्धाराएं हैं, जिनके जल का बहाव और ऊष्मा ऊपरी लहरों से अलग है - राहुल आपने आगमन में उसी अन्तर्धारा के...
View Articleवीरेन डंगवाल की कविताएं
परिकल्पित कथालोकांतर काव्य-नाटिकानौरात, शिवदास और सिरी भोग वगैरह (दिवंगत अग्रजों शैलेश मटियानी और गिरीश तिवाड़ी ‘गिर्दा'को किंचित क्षमा-याचना के साथ याद करते हुए, सादर) बहुत धुआं है मांऽ आंखें हुई हैं...
View Articleअशोक कुमार पांडेय की लम्बी कविता - इन दिनों
जिन दिनों कर्ज़ नेमत हों और फ़र्ज़ कुफ़्र, उन दिनों यानी इन दिनों की इस कविता में शिल्प की हर सरहद को उलांघ देने की एक खुली लालसा है। कहते हैं बात शिल्प से शुरू हो ये बुरा है पर कुछ सरहदें मैं भी छोड़...
View Articleकविता की गली भटके कुछ लोग -चन्दन राय
यह कोई घोषणा, अंतिम कथन या प्रशंसा पत्र नहीं है ! अत: कुछ तर्क पाठक या कवि दोनों को आहत कर सकते है ! अत: लिखे गए हर तर्क, वाक्य, शब्द को खुद पुनः परखें ! क्योकि अंतत: यह केवल एक व्यक्ति का दृष्टिकोण...
View Articleहिंदी हमारी बनाम हिंदी के नवउद्धारक पुत्ररत्नों और उनके प्रस्तोताओं पर...
कविश्रेष्ठ कुमार विश्वास ने हिंदी की उन्नति में अपना जीवन बलिदान कर दिया है। उनकी कविता की वजह से आज हिंदी बच सकी है। वे हिंदी माता की सच्ची संतान हैं। कुमार विश्वास लोकप्रिय कवि हैं और हिंदी की...
View Article‘शक्तिपूजा’ और रामलीला - व्योमेश शुक्ल
निराला की लम्बी कविता 'राम की शक्तिपूजा'की नाट्य प्रस्तुति के लिए सुपरिचित युवा कवि व्योमेश शुक्ल और रंगमंडल 'रूपवाणी'इन दिनों चर्चा में है। यह भारतीय राजनीति के समकालीन अधमकाल में मिथकों के सहारे बहस...
View Articleशायक आलोक की दस कविताएं
शायक आलोक से मुलाक़ात का माध्यम फेसबुक है। इस नौजवान की कविता ने मुझे बहुत शुरूआत से अपनी ओर खींचा। अनुनाद पर पहली बार फेसबुक से जो कविता आयी, वो शायक की ही थी। निजी सम्पर्क कुछ नहीं, न कभी ऐसी कोई...
View Articleहल और हलंत के कवि: अष्टभुजा शुक्ल के कविता संग्रह पर आशीष मिश्र
इस समीक्षा का मूल रूप 'पक्षधर'में छपा है। यहां इसे संशोधन (समीक्षक के शब्दों में काफ़ी जोड़-घटाव) के उपरान्त पुन:प्रकाशित किया जा रहा है। *** हिन्दी भाषा ऐतिहासिक प्रक्रिया में जहाँ अपना...
View Articleदेवेन्द्र आर्य की कविता - चांद एक शिल्प है
देवेन्द्र आर्य हिंदी ग़ज़ल का सुपरिचित नाम हैं लेकिन अनुनाद को उनकी एक कविता हासिल हुई है। इस कविता में आते हुए नाम ही इसके अभिप्रायों के विस्तार रचते हैं। कविता जब बोल रही हो, उसके साथ और उसके बीच कुछ...
View Articleशैलजा पाठक की पांच कविताएं
शैलजा पाठक अब युवा कविता में एक सुपरिचित नाम हैं। बतकही का अंदाज़ और उसमें भरपूर नास्टेल्जिया के साथ आता, कभी-कभी अतिरेकी भी लगता भावसंसार - इसे ही अभी शैलजा का अपना मुहावरा और डिक्शन मान लिया जाए और...
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